राज्यहरियाणा

गुरुग्राम में बाप ने गोली मार ली जिसकी जान, कौन थी वह टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव

गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम जिले में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या कर दी गई। राधिका की हत्या उनके पिता ने की। राधिका के पिता ने उसे गोलियों से भून डाला। टेनिस की दुनिया में भारत की ओर से उभरते हुए चेहरों में शामिल रहीं राधिका यादव न केवल एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी थीं, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी थीं। हरियाणा से ताल्लुक रखने वाली राधिका ने अपने शानदार खेल से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई।

गुरुग्राम के सेक्टर-57 इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया. स्टेट लेवल टेनिस खिलाड़ी राधिका की उसके ही पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात सुबह 10:30 बजे के करीब उस वक्त हुई जब राधिका अपने घर की पहली मंज़िल पर स्थित किचन में काम कर रही थी. इस जघन्य अपराध के पीछे की वजह जो सामने आई, वह उतनी ही हैरान करने वाली थी जितना कि खुद अपराध.

एफआईआर में साफ लिखा गया है कि आरोपी दीपक यादव ने खुद गुरुग्राम पुलिस के सामने गुनाह कबूल करते हुए कहा कि उसे गांव के लोग बेटी की कमाई पर ताने देते थे. उसे यह कहते थे कि लड़की की कमाई खा रहा है. इससे दीपक को गहरा मानसिक आघात पहुंचा था. उसने बताया कि उसकी बेटी राधिका एक बेहतरीन टेनिस खिलाड़ी थी, जिसने कई बार नेशनल लेवल पर ट्रॉफी जीती थी. लेकिन कंधे में चोट लगने के बाद वह खेल से दूर हो गई थी और उसने अपनी टेनिस एकेडमी खोल ली थी.

रील्स और एकेडमी पर भी थी नाराजगी

एफआईआर की कॉपी के मुताबिक, दीपक यादव सिर्फ एकेडमी ही नहीं, बल्कि राधिका की सोशल मीडिया पर रील्स बनाने की आदत से भी नाराज था. उसे लगता था कि ये सब उसके परिवार की इज्जत को नुकसान पहुंचा रहा है. जब उसने राधिका से एकेडमी बंद करने को कहा तो राधिका ने मना कर दिया. इसके बाद दीपक लगातार मानसिक तनाव में रहने लगा. FIR में उसने बताया कि जब वह दूध लेने गांव वजीराबाद जाता था, तो लोग राधिका की सोशल मीडिया उपस्थिति और एकेडमी को लेकर ताने मारते थे, जिससे उसे गुस्सा आता था.

तीन गोलियों से की हत्या, मां कमरे में थी

वारदात के दिन सुबह दीपक ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर की रिवॉल्वर निकाली और जब राधिका रसोई में थी, तो उसकी कमर के पीछे से तीन गोलियां दाग दीं. उस समय घर की पहली मंजिल पर सिर्फ तीन लोग मौजूद थे- दीपक यादव, उसकी पत्नी मंजू यादव और बेटी राधिका. FIR के अनुसार, मंजू यादव बुखार के कारण अपने कमरे में आराम कर रही थी और उसे सिर्फ गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी.

मौके पर पहुंचा चाचा, खून से लथपथ मिली राधिका

गोली की आवाज सुनकर दीपक का भाई कुलदीप यादव और उसका बेटा पीयूष तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने देखा कि राधिका किचन में खून से लथपथ पड़ी थी और ड्रॉइंग रूम की मेज पर रिवॉल्वर रखी थी, जिसमें पांच फायर के खोल और एक जिंदा कारतूस मौजूद था. राधिका को तुरंत ही ASIA MARIANGO HOSPITAL सेक्टर-56 ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. राधिका के चाचा कुलदीप ने भी पुलिस से आशंका जताई थी कि राधिका की हत्या उसके भाई ने ही की है. उन्हीं की शिकायत पर पुलिस ने दीपक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की.

पुलिस ने किया खुलासा, आरोपियों की भूमिका

पुलिस ने घटना स्थल से रिवॉल्वर, खून के नमूने और स्वैब जब्त किए और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की टीम को मौके पर बुलाया. पूछताछ में दीपक यादव ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. हालांकि, उसकी पत्नी मंजू यादव ने बयान देने से मना कर दिया और कहा कि वह बीमार थी और उसे कुछ पता नहीं चला कि यह सब कैसे हुआ. उन्होंने सिर्फ मौखिक रूप से बताया कि उन्हें नहीं पता क्यों उनके पति ने बेटी को गोली मारी, जबकि उसका चरित्र ठीक था.

पहले गुमराह करने की कोशिश, फिर टूट गया पिता

शुरुआत में परिवार वालों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और यह कहा कि राधिका ने खुद को गोली मारी है. लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की और घटनास्थल के भौतिक साक्ष्य जुटाए, तो दीपक यादव टूट गया और पूरी वारदात का सच उगल दिया. आरोपी दीपक ने बताया कि घटना के वक्त घर में वह, राधिका और उसकी पत्नी मंजू मौजूद थे, जबकि बेटा जो कि प्रोपर्टी डीलर है, अपने ऑफिस गया हुआ था. पुलिस ने दीपक यादव के खिलाफ हत्या की धारा 103(1) BNS और आर्म्स एक्ट की धारा 27(3), 54-1959 के तहत केस दर्ज किया है. फिलहाल आरोपी हिरासत में है और राधिका की मौत की जांच जारी है.

यहां हम आपको राधिका यादव से जुड़ी 5 अहम बातें बता रहे हैं, जो उनकी जिंदगी और करियर को करीब से समझने में मदद करेंगी।

1. राधिका यादव एक उभरती हुई भारतीय टेनिस खिलाड़ी थीं, जिनका जन्म 23 मार्च 2000 को हुआ था। उन्होंने इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (ITF) की डबल्स रैंकिंग में 113वां स्थान प्राप्त किया था और हरियाणा की महिला डबल्स श्रेणी में वह पांचवें स्थान पर रहीं।

2. AITA (ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन) की अंडर-18 श्रेणी में जनवरी 2018 में उन्होंने अपना सर्वोच्च रैंक 75 हासिल किया था और लगातार 11 हफ्तों तक टॉप 100 में बनी रहीं। महिला सिंगल्स में उनकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 35 और डबल्स में 53 रही।

3. 25 वर्षीय राधिका को श्रिवल्ली भामिडिपाटी, पूर्वी भट्ट और थनिया सराय गोगुलामंडा जैसी प्रतिभाओं के साथ भारत की उभरती टेनिस खिलाड़ियों में गिना जाता था।

4. राधिका ने एक लोकप्रिय टेनिस अकादमी भी शुरू की थी, जिसे लेकर उनके पिता नाखुश रहते थे। बताया गया कि वे अकसर राधिका की कमाई पर आश्रित होने के ताने सुनते थे।

5. इसके अलावा, राधिका को इंस्टाग्राम पर रील्स बनाना पसंद था, और एक रील को लेकर उनके पिता नाराज़ भी हुए थे और उन्होंने उसे हटाने के लिए कहा था।

पुलिस की दलील पर क्यों उठ रहे सवाल 

पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच के बाद कहा है कि आरोपी पिता दीपक यादव इस बात से खुश नहीं था कि उसकी बेटी उसकी मर्जी के बैगर ये एकेडमी चलाए. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ये कैसे संभव है कि जिस पिता ने अपनी बेटी को खेल में आगे बढ़ाने के लिए बचपन से ही सपोर्ट किया है. वो एकाएक उसका दुश्मन बन जाए. पुलिस की ये दलील इस लिए भी गले नहीं उतर रही क्योंकि हरियाणा में खेलों के प्रति अपने बच्चों और खासकर बेटियों को आगे बढ़ाने का कल्चर रहा है. ऐसे में दीपक यादव ऐसा क्यों करेगा. सवाल तो ये भी उठता है कि राधिका यादव अपना ये एकेडमी कई सालों से चला रही थीं. ऐसे में एकाएक उनके पिता ये एकेडमी बंद क्यों कराना चाहते थे. अगर एकेडमी चलाने से दिक्कत ही थी तो ये दिक्कत कई साल बाद क्यों शुरू हुई? 

सवाल पूछे जाने लगे हैं कि क्या गुरुग्राम पुलिस इस मामले से जुड़े कई अनसुलझी पहेलियों को अभी तक सुलझा नहीं पाई है.क्या पुलिस की ये दलील कि पिता बेटी की एकेडमी चलाने से खुश नहीं था, जल्दबाजी में दिया गया बयान? क्या इस मामले में अभी कई राज ऐसे हैं जिनसे अभी भी पर्दा उठना बचा है? ये वो तमाम सवाल हैं जो इस मामले को सुलझाने के लिए बेहद जरूरी हैं. जिनका जवाब गुरुग्राम पुलिस भी जल्द ही ढूंढ़ना चाहेगी. 
उभरती टेनिस प्लेयर थीं राधिका यादव

पुलिस ने आरोपी दीपक यादव को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर को भी जब्त कर लिया है. राधिका यादव हरियाणा की एक उभरती हुई टेनिस प्लेयर थीं. उन्होंने स्टेट लेवल पर कई टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था. 23 मार्च 2000 को जन्मी राधिका की अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (ITF) में युगल टेनिस खिलाड़ी के रूप में रैंकिंग 113 थी.
एक ही घर में रहता था पूरा परिवार

राधिका के चाचा कुलदीप ने बताया था कि गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे गोली चलने की आवाज सुनकर वह और उनका बेटा पीयूष पहली मंजिल पर पहुंचे तो राधिका रसोई में खून से लथपथ पड़ी थी. ड्राइंग रूम में दीपक की लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी थी. उन्होंने राधिका को तुरंत सेक्टर 56 के एशिया मरिंगो अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. कुलदीप ने बताया कि घटना के समय घर में दीपक, उनकी पत्नी मंजू और राधिका ही मौजूद थे. मुझे लगता है कि राधिका की हत्या उनके भाई दीपक ने ही की है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button