
चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने लगातार दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर तंज कसा है और 2015 में उनके पाकिस्तान दौरे का उल्लेख किया है। हास्य कलाकार से नेता बने मान ने शुक्रवार को विधानसभा में पंजाबी में कहा, "ऐसा लगता है कि जब प्रधानमंत्री अपने विमान में उड़ रहे होते हैं, तो नीचे देखते हैं और पूछते हैं, 'यह कौन सा देश है?' जब उन्हें बताया जाता है कि यह फलां देश है, तो वे कहते हैं, 'कोई बात नहीं, हम जहाँ जा रहे हैं, वहाँ एक घंटा देरी से पहुँचेंगे; चलो अभी यहीं उतरते हैं।' वे कहीं भी उतरने का फैसला कर लेते हैं। इसी तरह वह पाकिस्तान में भी उतरे थे।"
इसके बाद मान ने प्रधानमंत्री मोदी की 2015 में तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए की गई पाकिस्तान की अचानक यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने तो यूं ही पाकिस्तान जाने का फैसला कर लिया था। उन्होंने वहां बिरयानी खाई और वापस आ गए। हम पाकिस्तान नहीं जा सकते, लेकिन वो वहाँ उतर सकते हैं!"
2015 में पीएम मोदी गए थे पाकिस्तान
बता दें कि 2015 में पीएम मोदी रूस की यात्रा और अफगानिस्तान में कुछ समय रुकने के बाद स्वदेश लौट रहे थे, तभी अचानक उन्होंने पाकिस्तान में लैंड करने कै फैसला किया था। इसे लेकर पीएम मोदी की आलोचना होती रही है।
MEA ने बयान को बताया था खेदजनक
मुख्यमंत्री मान ने इससे पहले भी एक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की यात्राओं के बारे में मजाक में ऐसी ही टिप्पणी की थी और कहा था कि पता नहीं वह कहां-कहां जा रहे हैं।उन्होंने कहा था, "पीएम घाना गए हैं, कहां गए हैं? पता नहीं कौन-कौन से देश मैग्नीशिया, गलवेशिया, तरवेशिया, पता नहीं कहां-कहां जा रहे हैं। जहां 140 करोड़ लोग रह रहे हैं, वहां रह नहीं रहे और जिस देश में जा रहे हैं उसकी आबादी कितनी है? महज 10 हजार है और सबसे बड़ा अवॉर्ड वहां का मिल गया।" इसके बाद विदेश मंत्रालय (MEA) ने मान का नाम लिए बिना कहा था कि ये टिप्पणियाँ "गैर-ज़िम्मेदाराना और खेदजनक" हैं।
मुझे विदेश नीति के बारे में पूछने का अधिकार नहीं?
शुक्रवार को पंजाब विधानसभा के बाहर, मान से जब विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया के बारे में विशेष रूप से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, "क्या मुझे विदेश नीति के बारे में पूछने का अधिकार नहीं है?" उन्होंने कहा, "मैं आगे भी यही माँग करता रहूँगा। देश में 140 करोड़ लोग हैं, उन्हें उनसे जुड़ना चाहिए और उनकी चिंताओं का समाधान करना चाहिए। वह कहते हैं कि वह यूक्रेन (रूस) युद्ध रोक देंगे, लेकिन पंजाब और हरियाणा के बीच पानी का मुद्दा भी नहीं सुलझा सकते।"