नई पिच, नया मुकाबला: टीम इंडिया के फीके रिकॉर्ड पर होगी कड़ी परीक्षा

नई दिल्ली
टी20 वर्ल्ड कप 2026 दो महीने बाद भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा। इससे पहले टीम इंडिया को कुल 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं। इनमें से पांच मुकाबले इसी सीरीज में खेले जाने हैं। एक तरह से टीम इंडिया के लिए घरेलू धरती पर ये टी20 विश्व कप की ड्रेस रिहर्सल होगी। कटक के बाराबती स्टेडियम में ये मुकाबला खेला जाएगा। हालांकि, इस मैदान पर टीम इंडिया का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। ऐसे में आप पिच रिपोर्ट के बारे में जान लीजिए कि यहां किसको फायदा होने वाला है और किसको परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
बाराबती स्टेडियम में पहली बार लाल मिट्टी की पिच पर मुकाबला खेला जाएगा और इसके हाई स्कोरिंग होने की उम्मीद है। बहुत ज्यादा टी20 इंटरनेशनल मैच यहां नहीं खेले गए हैं। सिर्फ 3 ही टी20 इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी इस स्टेडियम ने की है और इनमें से दो बार तो भिड़ंत इंडिया और साउथ अफ्रीका की ही हुई है। हैरानी की बात ये है कि दोनों बार टीम इंडिया को मुंह की खानी पड़ी है। एक अन्य मुकाबला इस मैदान पर भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था, जिसमे टीम इंडिया ने 93 रनों से जीत दर्ज की थी।
कटक के इस मैदान पर टी20 इंटरनेशनल मैच में हाईएस्ट स्कोर 180 रन का है, जो भारत ने श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। वहीं, सबसे कम स्कोर टी20आई क्रिकेट में कटक के बाराबती स्टेडियम में सिर्फ 87 है, जो कि श्रीलंका ने भारत के खिलाफ इसी मैच में बनाया था। रन चेज में यहां फायदा मिलता है। ऐसे में कोई भी टीम टॉस जीतेगी तो जरूर गेंदबाजी चुनेगी, क्योंकि रात को ओस पड़ने के पूरे चांस हैं और बारिश का भी 10 फीसदी अनुमान है।
सिर्फ 3 ही टी20 मैच यहां खेले गए तो अनुमान लगाना बहुत ही गलत होगा कि किसे फायदा मिलेगा और किसे नुकसान होगा, लेकिन एक बात तय है कि लाल मिट्टी की पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है और काफी रन बनते हैं। ऐसे में पहली बार इस मैदान पर 200 रनों का आंकड़ा भी कोई टीम छू सकती है। दोनों के पास पावर हिटर हैं, जो तेजी से रन बनाते हैं। हालांकि, बड़ा स्कोर यहां चेज भी हो सकता है, क्योंकि ड्यू फैक्टर बहुत ही ज्यादा अहम होगा।











