
बाड़मेर
पश्चिमी राजस्थान के दिग्गज जाट नेता और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का शुक्रवार को उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा और “कर्नल सोनाराम अमर रहें” के नारों के बीच हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने नेता को अंतिम विदाई दी।
चार बार सांसद और एक बार विधायक रहे कर्नल चौधरी का बुधवार को नई दिल्ली में एक बैठक के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से निधन हो गया था। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से बाड़मेर लाया गया और आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां आमजन से लेकर कई बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
शुक्रवार को मोहनगढ़ स्थित आवास पर भी बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान राज्य मंत्री के.के. बिश्नोई, सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, जैसलमेर के पूर्व विधायक रुपाराम धनदे सहित कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
अंतिम यात्रा उनके आवास से निकलकर मोहनगढ़ के मुख्य मार्गों से होते हुए श्मशान घाट पहुंची। इस दौरान सड़कों के किनारे खड़े लोगों ने अपने नेता को अंतिम विदाई दी। श्मशान घाट पर उनके पुत्र डॉ. रमन चौधरी ने मुखाग्नि दी और कर्नल चौधरी पंचतत्व में विलीन हो गए।