
चंडीगढ़
राज्य सरकार के अनुसार यदि जरूरत पड़ी तो परीक्षा के दौरान संवेदनशील परीक्षा केंद्रों के क्षेत्र में इंटरनेट सेवा ठप की जा सकती है। वहीं, 26 व 27 जुलाई सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द रहेगी। इसके साथ ही महिला परीक्षार्थियों के साथ आने वाले अभिभावकों को भी बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
सीएम सैनी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सभी उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा- सभी संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की जानकारी गृह विभाग को समय पर भेंजे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर संबंधित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित करने की प्रक्रिया पूरी की जा सके। उन्होंने कहा- सभी जिलों में प्रश्न पत्र भंडारण स्थल से परीक्षा केंद्र तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाए, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता एवं सुरक्षा बनी रहे। परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई भी असामाजिक तत्व सक्रिय न रहे। सोशल मीडिया पर भी सतर्क निगरानी रखी जाए ताकि यदि कोई व्यक्ति परीक्षा से संबंधित किसी प्रकार की अफवाह फैलाने का प्रयास करे तो उसे समय रहते रोका जा सके और भ्रामक सूचनाएं प्रसारित न हों।
सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर आधे घंटे पहले पहुंचाएं
सीएम ने कहा- जिन जिलों से बसों को 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना है, वहां जिला प्रशासन विशेष प्रबंध सुनिश्चित करे। परिवहन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि आकस्मिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बसों को रिज़र्व रखा जाए। साथ ही, डायल-112 सेवा को भी दो दिन के लिए इस व्यवस्था में जोड़ा जाए ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध हो सके और सभी परीक्षार्थी निर्धारित समय से कम से कम आधा घंटा पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंच सकें।
अधिकारी व कर्मचारी फोन स्विच ऑफ न करें
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने निर्देश दिए कि परीक्षा के दोनों दिनों में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश न दिया जाए और सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी अपने मोबाइल फोन चालू स्थिति में रखें ताकि आवश्यकतानुसार त्वरित संपर्क किया जा सके। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने कहा परीक्षा के सफल आयोजन के लिए धारा 163 लागू कर सभी परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित दायरें में विभिन्न गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। पर्याप्त संख्या में ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। सभी सेवा प्रदाताओं (सर्विस प्रोवाइडर्स) का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाए। दोनों दिन परीक्षा केंद्रों के आसपास स्थित कोचिंग सेंटर और फोटोस्टेट की दुकानें बंद रहेंगी।
निजी स्कूलों के स्टाफ के प्रवेश पर रहेगी पाबंदी
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि परीक्षा में पेपर लीक की गड़बड़ी को रोकने के लिए सभी पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि प्राइवेट स्कूलों का स्टाफ परीक्षा दिवस पर स्कूल में प्रवेश न करे। परीक्षा केंद्रों में ड्यूटी पर तैनात किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को मोबाइल फोन या कोई अन्य डिजिटल डिवाइस अंदर ले जाने की अनुमति न दी जाए। परीक्षा केंद्रों के आसपास 500 मीटर के दायरे में सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ एकत्रित न होने दी जाए। इस बार सीईटी परीक्षा में लगभग 13 लाख 48 हजार अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं। परीक्षा के सफल आयोजन हेतु प्रदेशभर में कुल 834 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं।
आम लोगों से अपील, जरूरी हो, तभी बस से करें यात्रा
मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि 26 और 27 जुलाई अनावश्यक यात्रा से बचें ताकि परीक्षार्थियों को निर्बाध यातायात व्यवस्था मिल सके। उन्होंने कहा- आगामी तीज पर्व को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग यह भी सुनिश्चित करे कि आमजन की आवाजाही के लिए भी पर्याप्त बसों की व्यवस्था रहे, जिससे प्रदेशवासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।