
चंडीगढ़
‘मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए 500 करोड़ रुपये’ वाली टिप्पणी करके राजनीतिक विवाद खड़ा करने वालीं नवजोत कौर सिद्धू की प्राथमिक सदस्यता पंजाब कांग्रेस ने सोमवार शाम निलंबित कर दी। नवजोत कौर सिद्धू पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी हैं। इसके बाद नवजोत कौर और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग एक-दूसरे पर निशाना साधते नजर आए।
खास बात है कि पंजाब में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2022 में हुए चुनाव में कांग्रेस को आप के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस दौरान भी चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जमकर खटपट सामने आई थी। इसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया था। वहीं, सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष, लेकिन बाद में वडिंग ने पद संभाला।
अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कौर ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष वडिंग के खिलाफ हमला बोला और आरोप लगाया, 'मैं एक असंवेदनशील और गैरजिम्मेदार, नैतिक रूप से बेईमान और भ्रष्ट अध्यक्ष के साथ खड़े होने से इनकार करती हूं।' उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'मैं अपने उन सभी भाइयों और बहनों के साथ खड़ी हूं जो उनकी अक्षमता और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से आहत हुए हैं। मैं उन्हें अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने से इनकार करती हूं। मुझे आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री उन्हें क्यों बचा रहे हैं?'
वडिंग ने एक आदेश में कहा, 'डॉ नवजोत कौर सिद्धू को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है।' ट्रिब्यून के अनुसार, वडिंग ने कहा कि उन्हें अनुशासनहीनता और बयानों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के कारण निलंबित किया है। उन्होंने कहा, 'उन्होंने (नवजोत कौर सिद्धू) पार्टी के नेताओं के खिलाफ निराधार आरोप लगाए थे।' नवजोत कौर सिद्धू ने यह दावा करके राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है कि “जो 500 करोड़ रुपये का सूटकेस देता है, वह मुख्यमंत्री बन जाता है”।
टीवी चैनल पर लगाए आरोप
पार्टी द्वारा कार्रवाई किए जाने से पहले, कौर ने सोमवार को एक टीवी चैनल से बात करते हुए एक और आरोप लगाया कि तरनतारन उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज ने पार्टी टिकट के लिए पंजाब कांग्रेस के दो नेताओं को 10 करोड़ रुपये दिए। बुर्ज ने हालांकि आरोपों को निराधार बताकर उनकी निंदा की।
उन्होंने कौर से जानकारी का स्रोत बताने को कहा। पिछले महीने तरनतारन उपचुनाव में असफल रहे बुर्ज ने कहा कि उन्होंने टिकट के लिए कभी एक रुपया भी नहीं दिया और न ही किसी ने उनसे इसके लिए कहा। बुर्ज ने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं इस संबंध में गुरुद्वारे में शपथ लेने के लिए तैयार हूं।'
नवजोत सिंह सिद्धू की वापसी की शर्त बताई
शनिवार शाम पत्रकारों से बातचीत में नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि अगर कांग्रेस उनके पति को पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करती है तो वह (नवजोत सिंह सिद्धू) सक्रिय राजनीति में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास किसी पार्टी को देने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन वे पंजाब को एक 'स्वर्णिम राज्य' में बदल सकते हैं।
राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात के बाद शनिवार को उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हम हमेशा पंजाब और पंजाबियत की बात करते हैं… लेकिन हमारे पास 500 करोड़ रुपये नहीं हैं, जो हम मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए दे सकें।' यह पूछे जाने पर कि क्या किसी ने उनसे पैसे की मांग की है, उन्होंने कहा कि किसी ने मांग नहीं की है, लेकिन 'जो 500 करोड़ रुपये का सूटकेस देता है, वह मुख्यमंत्री बन जाता है।' हालांकि, टिप्पणी पर राजनीतिक विवाद उठने के बाद नवजोत कौर ने दावा किया कि उनकी सीधी टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
बयान पर दी सफाई
कौर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रविवार शाम लिखा, 'मैं हैरान हूं कि मेरे सीधे बयान को किस तरह तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। मैंने सिर्फ इतना कहा था कि कांग्रेस पार्टी ने हमसे कभी कुछ नहीं मांगा। जब मुझसे पूछा गया कि नवजोत किसी दूसरी पार्टी से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बन सकते हैं या नहीं, तो मैंने कहा कि हमारे पास मुख्यमंत्री पद के वास्ते किसी को देने के लिए कोई पैसा नहीं है।'
विपक्ष हुआ हमलावर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दावा किया कि इससे कांग्रेस की कार्यप्रणाली का 'घिनौना सच' सामने आ गया है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने नवजोत सिद्धू की पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, 'पंजाब में ‘झाड़ू’ बिखरने से पहले ही कांग्रेस बिखर गई।' झाड़ू आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न है। आप नेता और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कांग्रेस नेतृत्व को नवजोत कौर सिद्धू के आरोपों का जवाब देने की चुनौती दी।











