
लुधियाना
नगर निगम में डी.सी. रेट पर सफाई कर्मी रखने से लेकर रैगुलर करने की प्रक्रिया के दौरान के दौरान घोटाले होने का सिलसिला लगातार जारी है जिसके तहत हाल ही में हुई एफ. एंड सी.सी. की मीटिंग के दौरान विधायक की सिफारिश पर सफाई कर्मी रखने के बाद उसी एरिया में मुलाजिमों की भर्ती के लिए पार्षद की सिफारिश आने का खुलासा हुआ है। वहीं, अब कमिश्नर द्वारा एक और फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि यह मामला डी.सी. रेट पर करीब 200 सफाई कर्मी रखने से जुड़ा हुआ है।
इनमें से 60 मुलाजिम एक बड़े नेता की सिफारिश पर रखे गए हैं, जो लुधियाना के बाहर से है और ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं जिसके चलते हर महीने नगर निगम को करीब 6 लाख का नुकसान हो रहा है और हिस्सा अफसरों से लेकर नेताओं की जेब में जा रहा है। इस संबंध में शिकायत मिलने पर कमिश्नर ने रिकॉर्ड मांगा तो हैल्थ ब्रांच के ऑफिसर टालमटोल करने लगे जिसके मद्देनजर कमिश्नर ने सी.एस.ओ. गुरविंदर सिंह से चार्ज के साथ ऑफिस व गाड़ी भी वापस ले ली है।
फर्जी हैल्थ ऑफिसर पर मेहरबानी जारी
डी.सी. रेट पर सफाई कर्मी रखने व रैगुलर करने की प्रक्रिया के दौरान हुए घोटाले को लेकर फर्जी हैल्थ ऑफिसर पर कमिश्नर की मेहरबानी जारी है जिसके खिलाफ विजिलेंस से लेकर लोकल बॉडी मंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद विधानसभा कमेटी द्वारा कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन एक्ट में सिर्फ एम.बी.बी.एस. डॉक्टर की नियुक्ति का प्रावधान होने के बावजूद उसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के साथ स्टोर पर्चेजिंग से संबंधित सारा काम दिया गया है।
जोन-बी में चैकिंग के दौरान खुली पोल
नगर निगम में डी.सी. रेट पर सफाई कर्मी रखने की प्रक्रिया के दौरान फर्जीवाड़ा होने की पोल जोन-बी में चैकिंग के दौरान खुली है जब विधायक छीना द्वारा हलका साउथ के अधीन आते शेरपुर इलाके में मुलाजिमों की फिजिकल वैरिफिकेशन की गई। मिली जानकारी के मुताबिक एक वार्ड के लिए रिकार्ड में करीब 100 मुलाजिम सैलरी ले रहे हैं लेकिन फील्ड में पूरे मुलाजिम ड्यूटी नहीं कर रहे हैं, इनमें से कुछ मुलाजिम नेताओं के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं जिसे लेकर विधायक दुआरा मौके पर ही कमिश्नर से शिकायत की गई है।











