ग्वालियर: रेस कोर्स रोड पर पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के बंगले में चोरी, चांदी की मूर्तियां और हलवाई का सामान चोरी

ग्वालियर
मध्य प्रदेश में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब चोरों ने आम लोगों के बाद खास लोगों के घरों को भी निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला ग्वालियर जिले से सामने आया। पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया के बंगले को निशाना बनाया। बंगले के अदंर घुसे चोर कीमती सामान के साथ हलवाई के बर्तन भी ले उड़े। वीआईपी इलाके में चोरी की वारदात से सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार रेस कोर्स रोड स्थित बंगला नंबर 35 में अज्ञात चोरों ने धावा बोला। यहां से चांदी की 2 मूर्तियों, कुर्सियों के साथ हलवाई का भारी सामान चोरी कर ले गए। पूर्व मंत्री के बंगले में कुछ दिन पहले हुए कार्यक्रम के चलते हलवाई का सामान रखा हुआ था।
चांदी की मूर्तियों के साथ हलवाई का समान ले उड़े
पूर्व मंत्री के चौकीदार हंसराज भदौरिया ने पड़ाव थाना पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। हंसराज ने बताया कि कुछ समय पहले बंगले पर भंडारे का आयोजन हुआ था। इस दौरान हलवाई का सामान वहीं पर रखा हुआ था। 24 अगस्त को जब बंगले का ताला खोलकर अंदर गए। उन्होंने देखा कि पूरा सामान गायब है। चोरी हुए सामान में दो चांदी की मूर्तियां, कुर्सियां, 15 बड़े भगौने, दो बड़ी कढ़ाई, दो गैस सिलेंडर और करीब 50 थालियां शामिल हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पड़ाव पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
पुलिस ने चौकीदार की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। साथ ही संदिग्धों की तलाश की जा रही है। हालांकि चोरी का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है।
वीआईपी इलाके की घटना से हड़कंप
इलाके का रेस कोर्स रोड शहर का वीआईपी क्षेत्र माना जाता है। इसी रोड पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और एमपी विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के भी बंगले मौजूद हैं। ऐसे संवेदनशील और सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण इलाके में चोरी की वारदात हुई है। इसने निश्चित तौर पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आम लोगों ने सुरक्षा पर उठाए सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब वीआईपी रोड पर पूर्व मंत्री का बंगला ही सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिकों के घरों की सुरक्षा की कल्पना करना भी मुश्किल है। चोरी की इस वारदात से साफ है कि चोरों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस गश्त केवल नाम मात्र की रह गई है।
एक बार फिर इस घटना ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस को केवल केस दर्ज करने के बजाए गश्त बढ़ाकर और त्वरित कार्रवाई कर चोरों पर अंकुश लगाना चाहिए, ताकि आम और खास दोनों सुरक्षित रह सकें।