
फतेहपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने देश के गोयनका समुदाय के चोटी के उद्यमियों को राजस्थान में निवेश के लिए आमन्त्रित किया है। आज फतेहपुर शेखावाटी में गोयनका समुदाय के वार्षिक 'गोयनका संगम' को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस समय राज्य में ऊर्जा, पर्यटन सौर ऊर्जा, खनन और इन्फ्रास्ट्र्रक्चर विकास में निवेश की असीम संभावनाएं हैं और राज्य सरकार औद्योगिक विकास में गोयनका समुदाय के उद्योगपतियों की सक्रिय हिस्सेदारी सुनिश्चित करना चाहती है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि नई सरकार ने पारदर्शिता और ईमानदारी से कार्य करते हुए प्रदेश में अनुकूल औद्योगिक माहौल तैयार किया है तथा राज्य सरकार औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा की सरकार औद्योगिक निवेश की निरंतरता बनाये रखने के लिए कृत संकल्प है ताकि प्रदेश की जी.डी.पी. को बढ़ाया जा सके तथा युवाओं को उनके नजदीकी स्थानों पर आकर्षक रोगजार के अवसर मिल सकें।
उन्होंने श्री शक्ति गोयनका ट्रस्ट द्वारा राजस्थान में सामाजिक क्षेत्रों में किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उनकी सराहना की और उन्हें समाज सेवा के अतिरिकत दूसरे क्षेत्रों में भी सकारत्मक हिस्सेदारी करने की अपील की। इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान विधान सभा के स्पीकर बासुदेव जी देवनानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के टैरिफ से निपटने के लिए स्वदेशी अपनाने का मूल मन्त्र दिया। बासुदेव जी देवनानी ने कहा कि हर भारतीय अगर स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेगा तो अमेरिकी टैरिफ का भारतीय अर्थ व्यवस्था पर कतई असर नहीं होगा और इसके लिए उन्होंने सभी को एकजुट होने की अपील की ताकि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत रखा जाये और भारत को विकसित देशो की श्रेणी में खड़ा किया जा सकें।
वासुदेव देवनानी ने कहा की प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की गतिशील नीतियों के वजह से बर्ष 2014 में 11वें स्थान से आज भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है जोकि उनके कुशल नेतृत्व का जीता जागता उदहारण है। उन्होंने इस सम्मान समारोह में पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने गोयनका समुदाय के बजुर्गो द्वारा स्थापित उच्च मूल्यों को आगे बढ़ाया है जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि गोयनका समुदाय ने भारत के अलावा दुबई, जापान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका जैसे देशो में व्यापार के साथ-साथ भारतीय सांस्कृति का परचम लहराया है जोकि दूसरे समुदाय के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने कहा की समाज की प्रगति ऊंची गगन चुम्बी इमारतों से नहीं बल्कि मानवीय मूल्यों से आंकी जाती है। उन्होंने गोयनका समुदाय को व्यापार के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्रों में अपनी भागीदारी बढ़ाने का आग्रह किया ताकि वह मातृभूमि के ऋण को चुकता कर सकें। उन्होंने कहा कि जब शुरू में यह कहा गया था की 21वीं शताब्दी भारत की होगी तो उन्हें कुछ संशय था लेकिन वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह अहसास हो गया कि यह सपना साकार होने जा रहा है।
इससे पहले विधानसभा के स्पीकर वासुदेव जी देवनानी का गोयनका मन्दिर में पहुंचने पर ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी सुशील गोयनका, अवार्ड समिति के अध्यक्ष अरुण गोयनका और सभी ट्रस्टियों ने उनका फूलमालाओं से पूरी गर्म जोशी से स्वागत किया। उन्होंने दादी जी के मन्दिर में पूजा अर्चना की और श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मात्र ढाई साल की उम्र में ही हेयांश गोयनका ने भारत के मानचित्र में राज्य चिन्हित करने और उसकी राजधानी बताने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करने के लिए उसकी प्रसंशा की गई है। 4 साल की उम्र से ही वह कई श्लोक, मंत्र, आरती और पौराणिक कथाओं का कंठस्त उच्चारण करते हैं। वे सार्वजनिक रूप से भारी भीड़ के सामने पौराणिक कथाएं सुनते हैं और उन्होंने विधान सभा स्पीकर के सामने भी मंत्रोच्चारण किया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री शक्ति ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी सुशील गोयनका ने फतेहपुर शेखावाटी में सड़कों और अन्य ढांचागत सुविधाओं को सुदृड़ करने की आवश्यकता पर बल दिया और इसमें ट्रस्ट की सक्रिय हिस्सेदारी का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर गिरधारी लाल गोयनका ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। 5 दिन तक चलने वाले इस उत्सव में पूज्य भूपेंद्र भाई पंड्या जी ने हनुमान कथा का उच्चारण किया। इसके अलावा अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए जिसमे युवाओं की सक्रिय हिस्सेदारी सुनिश्चित की गई ताकि वह अपनी जड़ों से जुड़े रहें और उनका राजस्थानी संस्कृति से कनेक्ट रखा जा सके। इस दौरान गोयनका समुदाय की कुल देवी दादी जी के मन्दिर में रोज भजन संध्या का आयोजन किया गया ।