राजनीतिक

क्या फिर अलग राह पर चलेंगे ठाकरे बंधु? फडणवीस से मुलाकात ने बढ़ाई अटकलें

मुंबई 
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की, जिससे राज्य के राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब बेस्ट कर्मचारी सहकारी ऋण समिति का चुनाव मिलकर लड़ने वाली उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और मनसे को बुधवार को अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा है। दोनों पार्टियों ने पहली बार मिलकर कोई चुनाव लड़ा था, हालांकि उनका संयुक्त पैनल चुनाव में एक भी पद नहीं जीत पाया। राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए शिवसेना (UBT) और मनसे के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाएं हो रही हैं। हालांकि, इसे लेकर किसी भी दल ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा था। हाल ही में मराठी भाषा को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में राज और उद्धव साथ नजर आए थे।

हार पर फडणवीस ने कसा तंज
फडणवीस ने बुधवार को कहा कि BEST चुनाव में शिवसेना (UBT) और मनसे की हार ‘ठाकरे ब्रांड’ की सार्वजनिक अस्वीकृति को दर्शाती है। उन्होंने ठाकरे भाइयों के नेतृत्व वाली दोनों पार्टियों पर इस चुनाव का राजनीतिकरण करने के लिए निशाना साधा। शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का संयुक्त पैनल सोमवार को चुनाव में सभी 21 सीट हार गया। फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि इस तरह के चुनाव का राजनीतिकरण करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, क्योंकि यह केवल एक ऋण समिति का चुनाव था। लेकिन उन्होंने ठाकरे ब्रांड की जीत के बड़े-बड़े दावे करके इसका राजनीतिकरण कर दिया। लेकिन ऐसा लगता है कि लोगों को यह पसंद नहीं आया। चुनाव के नतीजे लोगों की अस्वीकृति को दर्शाते हैं।'

महाराष्ट्र में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा कि यह परिणाम ठाकरे भाइयों के घटते प्रभाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा, 'उद्धव और राज ठाकरे ने बेस्ट चुनाव को लेकर एक साथ आकर खूब शोर मचाया। ऐसा दिखाया गया मानो उनकी जीत आसान हो, लेकिन मनसे के हाथ मिलाने के बावजूद यह सहकारी संस्था में एक भी सीट नहीं जीत पाए, जिस पर वर्षों से शिवसेना (UBT) का दबदबा रहा है।'

BEST चुनाव
बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी का चुनाव लड़ने के लिए शिवसेना (UBT) और मनसे ने ‘उत्कर्ष’ नाम का एक पैनल गठित किया था। इस पैनल में 21 सदस्य थे, जिनमें से शिवसेना (UBT) से 18, मनसे से दो और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति संघ से एक सदस्य थे। शिवसेना (UBT) और मनसे के नेताओं ने कहा था कि बेस्ट में मनसे के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है, लेकिन यह चुनाव दोनों पार्टियों को राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों से पहले एक साथ आने का मौका देगा।

 

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