
अजमेर
अजमेर शहर के केसरगंज स्थित ईदगाह में शनिवार सुबह ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज शांतिपूर्ण और धार्मिक उत्साह के साथ अदा की गई। सुबह से ही नमाजियों का ईदगाह में पहुंचना शुरू हो गया था और हजारों की संख्या में लोगों ने सामूहिक नमाज में हिस्सा लिया। नमाज के दौरान देश में अमन, भाईचारे और खुशहाली के लिए विशेष दुआ की गई। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी और आपसी सौहार्द का संदेश दिया।
बकरीद के मौके पर मुस्लिम समुदाय द्वारा परंपरागत रूप से कुर्बानी दी जाती है, जो त्याग और समर्पण का प्रतीक मानी जाती है। नमाज के बाद लोग अपने-अपने घरों की ओर रवाना हुए और कुर्बानी की रस्में निभाईं।
पर्व के मद्देनज़र ईदगाह और आसपास के इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी तैनात रहे। मौके पर एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़, एडिशनल एसपी सिटी हिमांशु जांगिड़, सीओ ओमप्रकाश सहित अनेक अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी लोगों को ईद की शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर अजमेर दरगाह के प्रमुख उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने केंद्र सरकार द्वारा माइनॉरिटी प्रॉपर्टी के लिए लॉन्च किए गए पोर्टल की सराहना की। उन्होंने इसे पारदर्शिता और संपत्ति की सुरक्षा के लिए एक सकारात्मक पहल बताया। चिश्ती ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे अपनी संपत्तियों का पोर्टल पर पंजीकरण कराएं ताकि उन्हें संरक्षण मिल सके।
प्रधानमंत्री की योजनाओं की प्रशंसा
चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और कहा कि 11 वर्षों में उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूल मंत्र के साथ कार्य किया है। उन्होंने चिनाब ब्रिज के निर्माण को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि यह अंग्रेजों का सपना था, जिसे अब मोदी सरकार ने साकार किया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर अब सही मायनों में भारत से जुड़ गया है और रेलवे की शुरुआत से पर्यटन एवं स्थानीय विकास को गति मिलेगी। चिश्ती ने कहा कि किसी की व्यक्तिगत राय से फर्क नहीं पड़ता और जो भी मामले सुप्रीम कोर्ट के समक्ष विचाराधीन हैं, उन पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। उन्होंने देश में शांति, एकता और समृद्धि की कामना की।