अबूझमाड़ में BSF जवानों ने रक्षाबंधन के साथ मजबूत किया भाईचारे का बंधन

अबूझमाड़ (छत्तीसगढ़):
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में 9 अगस्त 2025 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने रक्षाबंधन का पावन पर्व बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया। यह आयोजन सोनपुर मुख्यालय के साथ-साथ डोंडरीबेड़ा, होराडी, गड़पा और कंडुलनार के कैंपों में आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लिया और BSF जवानों को राखी बाँधकर उनके प्रति अपना स्नेह, सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त की।
रक्षाबंधन का यह उत्सव केवल एक परंपरा का निर्वहन नहीं था, बल्कि यह स्थानीय समुदाय और सुरक्षा बलों के बीच विश्वास, एकता और भाईचारे के बंधन को और गहरा करने का एक अनमोल अवसर साबित हुआ। स्थानीय लोगों ने नक्सल प्रभावित इस दुर्गम क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए BSF जवानों के अथक प्रयासों की सराहना की। जवानों ने भी राष्ट्र और जनता की सेवा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराई, जिसने इस पर्व को और भी विशेष बना दिया।
सीमा सुरक्षा बल का यह प्रयास केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है। अबूझमाड़ जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में BSF न केवल शांति स्थापना में योगदान दे रही है, बल्कि स्थानीय बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। ये प्रयास क्षेत्र में प्रगति और विकास का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है।
रक्षाबंधन जैसे पर्व BSF के लिए जनसंपर्क और विश्वास निर्माण का एक शक्तिशाली माध्यम बन गए हैं। यह त्योहार हमें एकता, भाईचारे और आपसी सम्मान का महत्व सिखाता है, और BSF ने इसे पूरे समर्पण के साथ अपनाया है। यह आयोजन इस बात का जीवंत उदाहरण है कि हमारे जवान न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।